चर्चा में क्यों?
हर वर्ष 31 मई को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और वैश्विक साझेदारों द्वारा विश्व तंबाकू निषेध दिवस (WNTD) मनाया जाता है।
प्रमुख बिंदु:
WNTD 2021 का केंद्रीय विषय:
- विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2021 का विषय है- ‘कमिट टू क्विट’।
- WHO ने भारत में तंबाकू की खपत को नियंत्रित करने के प्रयासों के लिये भारतीय केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को ‘महानिदेशक विशेष पुरस्कार’ से सम्मानित किया है।
- ई-सिगरेट और तंबाकू उत्पादों पर प्रतिबंध लगाने के लिये वर्ष 2019 के राष्ट्रीय कानून में उनके नेतृत्व की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही।
'तंबाकू' का सामाजिक-आर्थिक प्रभाव:
- भारत में हर वर्ष तंबाकू के सेवन के कारण 13 लाख से अधिक लोगों की मौत होती है, यानी प्रतिदिन 3500 मौतें होती हैं।
- इसके कारण होने वाली मौतों और बीमारियों के अलावा तंबाकू देश के आर्थिक विकास को भी प्रभावित करता है।
- धूम्रपान करने वालों को कोविड-19 जैसी गंभीर बीमारी से होने वाली मौतों के मामले में 40-50% अधिक जोखिम का सामना करना पड़ता है।
- WHO के अध्ययन (अगस्त 2020 में प्रकाशित) को "भारत में तंबाकू के उपयोग से होने वाली बीमारियों और मौतों की आर्थिक लागत" शीर्षक से प्रकाशित किया गया।
- यह अनुमान लगाया गया है कि भारत में तंबाकू के उपयोग से होने वाली बीमारियों और मौतों का आर्थिक बोझ सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 1% (1.77 लाख करोड़ रुपये) तक है।
भारत में तंबाकू नियंत्रण की दिशा में किये गए उपाय:
- भारत ने ‘WHO फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन टोबैको कंट्रोल’ (WHO FCTC) के तहत तंबाकू नियंत्रण प्रावधानों को अपनाया है।
- सिगरेट एवं अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम, (COTPA) 2003
- इसके तहत वर्ष 1975 के सिगरेट अधिनियम को प्रतिस्थापित किया गया (यह अधिनियम सिगरेट के पैक और विज्ञापनों पर प्रदर्शित होने वाली सांविधिक चेतावनियों- 'सिगरेट धूम्रपान स्वास्थ्य के लिये हानिकारक है’ तक सीमित था। इसमें गैर-सिगरेट उत्पादों को शामिल नहीं किया गया था।)
- वर्ष 2003 के अधिनियम में सिगार, बीड़ी, चुरूट, पाइप तंबाकू, हुक्का, चबाने वाला तंबाकू, पान मसाला और गुटखा को भी शामिल किया गया।
- इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट निषेध अध्यादेश, 2019: यह ई-सिगरेट के उत्पादन, निर्माण, आयात, निर्यात, परिवहन, बिक्री, वितरण, भंडारण और विज्ञापन को प्रतिबंधित करता है।
- नेशनल टोबैको क्विटलाइन सर्विस (NTQLS): नेशनल टोबैको क्विटलाइन सर्विस का उद्देश्य तंबाकू छोड़ने के लिये टेलीफोन आधारित जानकारी, सलाह और समर्थन प्रदान करना है और इस हेल्पलाइन में बड़ी संख्या में तंबाकू उपयोगकर्त्ताओं तक पहुँचने की क्षमता है।
- mCessation कार्यक्रम: यह तंबाकू छोड़ने के लिये मोबाइल प्रौद्योगिकी आधारित एक पहल है।
- भारत ने सरकार की डिजिटल इंडिया पहल के हिस्से के रूप में वर्ष 2016 में टेक्स्ट संदेशों का उपयोग करते हुए mCessation की शुरुआत की थी।
तंबाकू की खपत में गिरावट:
- तंबाकू के उपयोग की व्यापकता वर्ष 2009-10 में 34.6 प्रतिशत से घटकर वर्ष 2016-17 में 28.6 प्रतिशत हो गई।
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 के तहत भारत ने वर्ष 2025 तक तंबाकू के उपयोग को 30 प्रतिशत तक कम करने का महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है।
WHO फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन टोबैको कंट्रोल
- विभिन्न देशों की सरकारों द्वारा ‘WHO फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन टोबैको कंट्रोल’ (WHO FCTC) के तंबाकू नियंत्रण प्रावधानों को अपनाया गया है और लागू किया गया है।
- यह विश्व स्वास्थ्य संगठन के तत्वावधान में शुरू की गई पहली अंतर्राष्ट्रीय संधि है।
- इसे 21 मई, 2003 को विश्व स्वास्थ्य सभा (WHO की शीर्ष निर्णयन संस्था) द्वारा अपनाया गया था और यह 27 फरवरी, 2005 को लागू हुई थी।
- इसे तंबाकू महामारी के वैश्वीकरण की प्रतिक्रिया के रूप में विकसित किया गया था और यह एक साक्ष्य-आधारित संधि है जो सभी लोगों के स्वास्थ्य के उच्चतम स्तर के अधिकार की पुष्टि करती है।
- तंबाकू के उपयोग को रोकने के लिये FCTC के उपायों में शामिल हैं:
- मूल्य और कर उपाय।
- तंबाकू पैकेजों पर बड़ी ग्राफिक चेतावनियाँ।
- शत-प्रतिशत धूम्रपान मुक्त सार्वजनिक स्थान।
- तंबाकू के विपणन पर प्रतिबंध।
- तंबाकू छोड़ने वालों का समर्थन करना।
- तंबाकू उद्योग के हस्तक्षेप को रोकना ।
IN ENGLISH
Why in discussion?
World No Tobacco Day (WNTD) is observed every year on 31 May by the World Health Organization (WHO) and global partners.
Key Points:
Central theme of WNTD 2021:
- The theme of World No Tobacco Day 2021 is 'Commit to Quit'.
- WHO has honored Indian Union Health Minister Harsh Vardhan with the 'Director General's Special Award' for his efforts to control tobacco consumption in India.
- His leadership played an important role in the 2019 national legislation to ban e-cigarettes and tobacco products.
Socio-Economic Impact of 'Tobacco':
- In India, more than 13 lakh people die every year due to tobacco consumption, that is, 3500 deaths occur every day.
- Apart from the deaths and diseases it causes, tobacco also affects the economic development of the country.
- Smokers face a 40-50% higher risk of death from a serious illness like COVID-19.
- The WHO study (published in August 2020) was published titled "Economic Cost of Diseases and Deaths from Tobacco Use in India".
- It is estimated that the economic burden of diseases and deaths due to tobacco use in India is up to about 1% of GDP (Rs 1.77 lakh crore).
Measures taken towards tobacco control in India:
- India has adopted tobacco control provisions under the 'WHO Framework Convention on Tobacco Control' (WHO FCTC).
- Cigarettes and Other Tobacco Products Act, (COTPA) 2003
- It replaced the Cigarette Act of 1975 (the Act was limited to the statutory warnings appearing on cigarette packs and advertisements – 'Cigarette smoking is injurious to health'. It did not include non-cigarette products). .)
- Cigars, bidis, chroot, pipe tobacco, hookah, chewing tobacco, pan masala and gutkha were also included in the 2003 Act.
- Prohibition of Electronic Cigarettes Ordinance, 2019: It prohibits the production, manufacture, import, export, transport, sale, distribution, storage and advertisement of e-cigarettes.
- National Tobacco Quitline Service (NTQLS): The National Tobacco Quitline Service aims to provide telephone based information, advice and support for quitting tobacco and this helpline has the potential to reach a large number of tobacco users.
- mCessation Program: It is a mobile technology based initiative to quit tobacco.
- India launched mCessation using text messages in the year 2016 as part of the Government's Digital India initiative.
Decline in Tobacco Consumption:
- The prevalence of tobacco use declined from 34.6 per cent in 2009-10 to 28.6 per cent in 2016-17.
- Under the National Health Policy 2017, India has set an ambitious target of reducing tobacco use by 30 percent by the year 2025.
WHO Framework Convention on Tobacco Control
- The tobacco control provisions of the 'WHO Framework Convention on Tobacco Control' (WHO FCTC) have been adopted and implemented by the governments of various countries.
- It is the first international treaty launched under the auspices of the World Health Organization.
- It was adopted by the World Health Assembly (WHO's apex decision-making body) on 21 May 2003 and came into force on 27 February 2005.
- It was developed as a response to the globalization of the tobacco epidemic and is an evidence-based treaty that affirms the right of all people to the highest level of health.
- The FCTC's measures to curb tobacco use include:
- Price and tax measures.
- Large graphic warnings on tobacco packages.
- 100% smoke free public place.
- Ban on marketing of tobacco.
- Supporting those who quit tobacco.
- Preventing tobacco industry interference.
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