भारत के सभी राज्यों और उनके लोक नृत्यों की सूची
लोक नृत्य क्या है या लोक नृत्य का अर्थ क्या है?
भारत के लोक नृत्य के प्रकार
भारत के प्रमुख लोक नृत्यों के के नाम
लोक नृत्य की विशेषताएं
लोक नृत्य का क्या महत्व है
भारत के विभिन्न राज्यों के लोकनृत्यों में क्या समानताएँ हैं?
भारतीय राज्यों और उनके नृत्य और लोक नृत्य की सूची
भारत के सभी राज्यों के लोक नृत्य एक नजर में
राज्य | लोक नृत्य |
असम | बिहू, बैशाख, खेल गोपाल, कलिगोपाल, बोई राजू, राखललीला , नट पूजा, बगुरूम्बा |
पंजाब | भांगड़ा, गिददा, दफ्फ, धामल (Dhamal), दंकारा (Dankara)। |
हिमाचल प्रदेश | डंडा नाच, सांगला, छपेली, चम्बा, नाटी, महासु थाली, झेंटा, जद्धा , छारबा |
हरियाणा | छोरेया, डफ, धमाल, खेरिया, फाग, झूमर, लूर, गुग्गा, खोर, जागोर। |
महाराष्ट्र | तमाशा , लेजिम, गोधलगीत, बोहरा, लावनी, कोली, मौनी गणेश चतुर्थी, डिंडी (Dindi), काला (Kala), दहीकला दसावतार। |
जम्मु – कश्मीर | डमाली, हिकात, डांडी नाच, कुद, भाखागीत, आलम, हेमिस गोप्पा उत्सव (लद्धाख), रऊफ, हीकत, मंदजात, कूद डांडी नाच। |
राजस्थान | गणगौर, झुमर, घूमर, तेरह ताली, सूसिनि, गोपिका लीला, झूलन लीला, कालबेलिया नृत्य, चरी नृत्य, छारी (Chari)। |
गुजरात | गरबा, घेरिया रास, गोफे, जेरियन, डांडियारास, पणिहारी, रासलीला, लास्या, गणपति भजन, टिपप्णी, गरबा, डांडिया रास, भावई। |
छतीसगढ़ | मांदरी नृत्य, गंडी नृत्य, गौरा नृत्य, सुआ, पंथी, राऊत, चन्दैनी, कर्मा, कक्सार, फुलकी पाटा, पंडवानी, डोरला, सरहुल, शैला, एवं दमनच, पैंथी, राउत नाच, पंडवाणी, वेडामती, कपालिक, भारथरी चरित्र, चंदनानी। |
झारखण्ड | बौंग, मगाह, नटुआ, छऊ, सरहुल, कर्मा, गुण्डारी, जदुर, झूमर, पैका, फगुआ, मुंदारी नृत्य, सरहुल, बाराओ, झीटका, डांगा, डोमचक, घोरा नाच। |
उड़ीसा | चंगुनाट, गरूडवाहन, डंडानट, पैका, जदूर, मुदारी, छाऊ, गोतिपुआ (Gotipua), घुमूरा (Ghumura), रानाप्पा (Ranappa), संबलपुरी नृत्य। |
उत्तराखण्ड | चांचरी / झोड़ा, छपेली, झुमैलो, भोटिया नृत्य (Bhotia Dance), चमफुली (Chamfuli) और छोलिया (Chholia), |
कर्नाटक | यक्षगान, भूतकोला, डोलू कूनीथा नृत्य, यक्षगान, हुट्टारी, सुग्गी, कुनीथा, करगा, लाम्बी। |
आंध्र प्रदेश | घंटामर्दाला, बतकम्मा, कुम्मी, छड़ी नृत्य, कुचिपुड़ी, वीरानाट्यम, बुट्टा बोम्मलू (Butta Bommalu), भामकल्पम ( Bhamakalpam), दप्पू (Dappu), तपेता गुल्लू (Tappeta Gullu,), लम्बाडी (Lambadi,), धीमसा (Dhimsa), कोलट्टम (Kolattam) |
बिहार | जट – जाटिन, घुमकडिया, कीर्तनिया, पंवारियां, सोहराई, छाउ, लुझरी, सामा, जात्रा, चकेवा, जाया, माघी, डांगा, चेकवा, बिदेसिया, कजरी आदि |
उत्तर प्रदेश | झोरा, छपेली, करण, कजरी, रासलीला, नौटंकी, दीवाली थाली |
केरल | कैकोट्टिकली, चाक्यरकुयु, मद्रकली, पायदानी, कुड़ी अट्टम, कालीअट्टम,मरविल्लुकू(सबरीमाला का अय्यपा मंदिर ), मारामोन, मिलादे शरीफ, कथकली (शास्त्रीय), मोहिनीअट्टम, कूरावारकली (Kuravarkali)। |
मध्यप्रदेश | दीवाली, फाग, सुआ, चैत, रीना, टपाड़ी, सैला, भगोरिया, हुल्कों, मुंदड़ी, संगमाडिया, जवारा, मटकी, अडा, खाड़ा नाच, फूलपति, ग्रिदा नृत्य, सालेलार्की, सेलाभडोनी, मंच। |
पश्चिमी बंगाल | करणकाठी, गंभीरा, जलाया, बाउल नृत्य, कथि, जात्रा, लाठी, गंभीरा, ढाली, बाउल, छाऊ, संथाली डांस। |
तमिलनाडु | कोल्लटम, कारागल, कावड़ी, कुम्मी, जल्लीकट्टी,चितिरै, आदिपेरूक, कीर्तिग दीपम, भरतनाट्यम, कवाडी अट्टम। |
अरूणाचल प्रदेश | मुखैटा, मोपिन, सोलुंग, लोस्सार, द्रीरेह, सी – दोन्याई, चोकुम, झोरा, झाली, छारही, धामन, छापेली, महासू, नटी, डांगी। |
नागालैण्ड | कुमीनागा, रेंगमनागा, लिम, चोंग, युद्ध नृत्य, खैवा, मोआत्सु, सेकरेन्यी, तुलनी, तोक्कू एमोंग, रेंगमा ( Rengma), बांस नृत्य चंगी नृत्य (Changai Dance), आलूयट्टू (Aaluyattu)। |
मणिपुर | योशांग (होली), संकीर्तन, लाईहरीबा, धांगटा की तलम, बसंतराम, राखल, रामलीली, लाई हारोग |
गोवा | देक्खनी, फुग्दी, शिग्मो, घोडे, जगोर, गोंफ, टोन्या मेल (Tonyamel )। |
मिजोरम | छेरव नृत्य, खुल्लम, चैलम, च्वांगलाईज्वान, जंगतालम, सरलामकई/ सोलाकिया, तलंगलम। |
सिक्किम | सिंघी छाम (Singhi Chaam) और याक छाम, तमांग सेलो (Tamang Selo) मारूनी नाच। |
लक्षद्वीप | लावा, कोलकाली (Kolkali), परीचाकली (Parichakali)। |
प्रमुख आदिवासी लोकनृत्य | |
सरहुल | बिहार का नृत्य |
तपड़ी | बैगा महिलाओ का नृत्य |
दलखई | उड़ीसा की जनजातियों का नृत्य |
डंडरिया | आंध्र प्रदेश की गोंड़ जनजाति का नृत्य |
सैला | बैगा पुरूषों का नृत्य |
बंबू नृत्य | कूकी व नागाओ का नृत्य |
दगला नृत्य | भीलो का पूरूष नृत्य |
बारदा नाटी, बोटिया, कैंचेरी | उत्तराखंड का नृत्य |
मांडो (Mando) | गोवा का लोकप्रिय नृत्य |
Post a Comment