विविध संस्कृतियों और परंपराओं का देश है। भारतीय लोक एवं आदिवासी नृत्य वास्तव में सरल होते हैं और इन्हें मौसमों के आगमन, बच्चे के जन्म, शादी– ब्याह और त्योहारों के मौके पर अपनी खुशी जाहिर करने के लिए किया जाता है। लोक कला एक समूह या स्थान विशेष के लोगों का आम प्रदर्शन होता है। इसके प्रवर्तकों की पहचान समाप्त हो चुकी है लेकिन वर्षों से इसकी शैली का संरक्षण किया जा रहा है।
- कुचीपुड़ी, घंटामरदाला, ओट्टम थेडल, वेदी नाटकम।
- बीहू, बीछुआ, नटपूजा, महारास, कालिगोपाल, बागुरुम्बा, नागा नृत्य, खेल गोपाल, ताबाल चोनग्ली, कानोई, झूमूरा होबजानाई।
- जाट– जाटिन, बक्खो– बखैन, पनवारिया, सामा चकवा, बिदेसिया।
- गरबा, डांडिया रास, टिप्पनी जुरुन, भावई।
5. हरियाणा
- झूमर, फाग, डाफ, धमाल, लूर, गुग्गा, खोर, जागोर।
1234
6. हिमाचल प्रदेश
- झोरा, झाली, छारही, धामन, छापेली, महासू, नटी, डांगी।
7. जम्मू और कश्मीर
8. कर्नाटक
- यक्षगान, हुट्टारी, सुग्गी, कुनीथा, करगा, लाम्बी।
10. महाराष्ट्र
- लावणी, नकाटा, कोली, लेजिम, गाफा, दहीकला दसावतार या बोहादा।
11. ओडीशा
- ओडिसि (शास्त्रीय), सवारी, घूमरा, पैंरास मुनारी, छाउ।]
13. गोवा
- तरंगमेल, कोली, देक्खनी, फुग्दी, शिग्मो, घोडे, मोडनी, समायी नृत्य, जगर, रणमाले, गोंफ, टून्नया मेल।
14. मध्यप्रदेश
- जवारा, मटकी, अडा, खाड़ा नाच, फूलपति, ग्रिदा नृत्य, सालेलार्की, सेलाभडोनी, मंच।
16. झारखंड
- अलकप, कर्मा मुंडा, अग्नि, झूमर, जनानी झूमर, मर्दाना झूमर, पैका, फगुआ, हूंटा नृत्य, मुंदारी नृत्य, सरहुल, बाराओ, झीटका, डांगा, डोमचक, घोरा नाच।
17. पश्चिम बंगाल
- काठी, गंभीरा, ढाली, जतरा, बाउल, मरासिया, महाल, कीरतन।
.
19. राजस्थान
- घूमर, चाकरी, गणगौर, झूलन लीला, झूमा, सुईसिनी, घपाल, कालबेलिया।
21. उत्तर प्रदेश
नौटंकी, रासलीला, कजरी, झोरा, चाप्पेली, जैता।
22. अरुणाचल प्रदेश
बुईया, छालो, वांचो, पासी कोंगकी, पोनुंग, पोपीर, बारडो छाम।
23. मणिपुर
- डोल चोलम, थांग टा, लाई हाराओबा, पुंग चोलोम, खांबा थाईबी, नूपा नृत्य, रासलीला, खूबक इशेली, लोहू शाह।
- डोल चोलम, थांग टा, लाई हाराओबा, पुंग चोलोम, खांबा थाईबी, नूपा नृत्य, रासलीला, खूबक इशेली, लोहू शाह।
24. मेघालय
का शाद सुक मिनसेइम, नॉन्गरेम, लाहो।
إرسال تعليق